आँसू मैं हर आँसू का पैकर जानता हूँ है कतरे में समंदर जानता हूँ हर इक आँसू से है पहचान मेरी जहाँ की हर खुशी से आशना हूँ दिल में यादें आँख में आँसू फकत रह गए हैं बस निशानी आपकी हर किसी के ग़म से कर ले दोस्ती हर किसी के आँसुओं से प्यार कर आंख को आँसू मिले और पाँव को छाले फकत फिर भी होठों पर मधुर मुस्कान लेकर हम जिये --- Support this podcast: https://podcasters.spotify.com/pod/show/aryann-visionary/support Rss Apple Podcaster →